धनबाद । कोयलांचल में परिवार की मंगल कामना के लिए शनिवार को मां विपद तारिणी की धूमधाम से पूजा-अर्चना की गई। पूजा को लेकर महिलाओं ने उपवास रखा और 13 प्रकार की मिठाइयों तथा फलों का भोग लगाकर भगवान की पूजा की और परिवार की खुशहाली की कामना की। विपद तारिणी पूजा को लेकर उपवास रखने वाली महिलाओं ने 13 तरह के पकवानों से मां विपद तारिणी की पूजा-अर्चना कर परिवार की खुशहाली की कामना की। बंगाली बाहुल इस क्षेत्र में लोगों ने मां दुर्गा के विपद तारिणी रूप की पूजा की कथा सुनकर परिवार की खुशहाली की कामना की।

कथा श्रवण के दौरान पंडित ने बताया कि वर्षों पूर्व अवंतीनगर में कर्मदास नामक ब्राह्मण रहता था, जो भिक्षाटन कर जीवन व्यतीत करता था। उनकी पत्नी स्वाहा ने एक केवट से मछली खरीदी, लेकिन तय समय में पैसा नहीं चुका पाने पर केवट ने ब्राह्मणी को खूब बुरा-भला कहा। अपमानित ब्राह्मणी ने रोते-रोते माता दुर्गा का स्मरण किया। कुछ देर बाद माता दुर्गा ने बुढ़िया का रूप धारण कर उसके दरवाजे पर आकर कष्ट पूछा। कष्ट सुनकर बुढ़िया ने उसका घर धन से भर दिया। जब ब्राह्मण घर लौटा तो आश्चर्यचकित हो गया।

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