निशिकांत मिस्त्री

जामताड़ा । झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के जिलाध्यक्ष श्यामलाल हेम्ब्रम का निधन आज दुर्गापुर में एक निजी अस्पताल में हो गया। वे काफी दिनों से बीमार थे इसके वावजूद उन्होंने जिला के राजनीति से अलग नहीं हुवे। पाँच दिन पूर्व भी उन्होंने धरना देकर अपनी सक्रियता को बरकरार रखने में अपनी भूमिका निभाई थी। अचानक उनकी तबियत बिगड़ जाने से उनको दुर्गापुर में भर्ती कराया गया था, जहाँ उन्होंने अंतिम सांस ली। उन्होंने जे एम एम के सिंबल पर विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं। लगातार कई वर्षों से जिलाध्यक्ष की कमान संभाले हुए सक्रिय रूप से पार्टी को एक ऊंचे स्थान को दिलाये हैं। आदिवासि समाज में उनकी काफी पकड़ थी, इसके साथ ही अन्य समाज के लोगों का साथ उनको मिला, जिससे उन्होंने 2022 त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जिला परिषद के सदस्य के रूप में चुने गए।

गुरु जी के नजदीकी और पार्टी में सक्रियता के कारण उनको बीस सूत्री उपाध्यक्ष बनाये गए। श्यामलाल हेम्ब्रम की जिले के राजनीति में एक विशेष पहचान रही है, उन्होंने अलग राज्य के आंदोलन में दिशोम गुरू शिबू सोरेन के साथ सक्रिय रुप से भाग लिए थे। गुरु जी के साथ उनकी काफी नजदीकी थी। जिससे गुरुजी भी उनको अपने परिवार का सदस्य मानते थे। उनके निधन की खबर सुनकर जिले भर के लोग स्तब्द्ध है, और शोक संवेदना व्यक्त कर रहे हैं। जे एम एम के केंद्रीय समिति सदस्य अशोक मंडल, जे एम एम नेता साकेत सिंह, जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी, राजद जिलाध्यक्ष दिनेश यादव के अलावे अन्य नेताओं ने भी उनके निधन पर शोक जताया है।

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