झरिया । कोयलांचल नागरिक मंच के तत्वावधान में मंगलवार को ताज होटल में झरिया की वर्तमान स्थिति, सिमटता शहर, एवं बीसीसीएल द्वारा मानक के विरुद्ध कोयला खनन का जनमानस पर दुष्प्रभाव को लेकर बैठक हुआ । निर्णय लिया गया कि 23 जनवरी को सुभाषचंद्र बोस के जन्मदिन पर आयोजित कार्यक्रम में आगे की रणनीति तय की जाएगी । बैठक में झरिया की वर्तमान हालात, व्याप्त वायु प्रदूषण, सड़क की स्थिति , एव अन्य मुद्दे पर विस्तृत चर्चा हुई ।
कोयलांचल नागरिक मंच के संयोजक राजकुमार अग्रवाल ने कहा कि जो झरिया पूरे देश को ऊर्जा देकर रोशन करती है वहाँ के लोग प्राणवायु के मोहताज हो गए हैं । विश्व मानचित्र पर दिखने वाला झरिया शहर सिमटता जा रहा है । झरिया के चारो तरफ से मानक के विरुद्ध खनन कर शहर के नजदीक मलवा गिराया जा रहा है । ओवरबर्डेन के साथ सुखी राख गिराने के कारण झरिया के लोग प्रदूषण से त्रस्त हैं ।
राजकुमार ने कहा कि जिस तरह आउटसोर्सिंग कंपनियां झरिया के जन जीवन को समाप्त करने में लगी हुई है , और आवाज उठाने पर भी इन पर कोई असर नही होता तो अब उग्र आंदोलन के सिवा कोई रास्ता नही है । आगामी 23 जनवरी को तय होगा कि आंदोलन का रुख क्या होगा । अग्रवाल ने कहा कि जल्द ही इन मुद्दों को ले कर धनबाद उपयुक्त एवं बीसीसीएल सीएमडी से मिला जाएगा । कहा कि यदि खनन क्षेत्र में पानी का उपयोग हो तो झरिया में प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सकता है । किंतु थोड़े मुनाफा के कारण कंपनियां जनमानस को तबाह करने पर तुले हुये हैं ।कार्यक्रम में राजकुमार अग्रवाल, डॉ मनोज सिंह, देवी साव, सत्यनारायण भोजगढ़िया, अख़लाक़ अहमद, राजू वर्मा, विरजु प्रसाद साव, अब्दुल कासिम, अरबिंद कुमार, शंकर अग्रवाल, शैलेंद्र सिंह, सहित अन्य लोगों ने विचार रखे ।