राजेश दुबे की रिपोर्ट

हजारीबाग । सरकारें चाहे लाख दावे करें, पर झारखंड के प्रवासी मजदूरो की जो हालत है, वह किसी से छुपी हुई नहीं है।झारखंड के हजारीबाग जिला के बिष्णुगढ प्रखंड के गोविंदपुर पंचायत में एक ऐसा वाकया हुआ है, जिसने सरकारी योजनाओं, सरकारी दावों आदि की पोल खोलकर रख दी है।यहां रोजगार के अभाव में काम करने के लिए बिष्णुगढ थाना क्षेत्र अंतर्गत गोविंदपुर निवासी स्वर्गीय अंतु पंडित के 22 वर्षीय पुत्र नीलकंठ जो पिछले 30 ऑक्टूबर को मुम्बई काम करने गया था। जहां 1 नवम्बर को सीढी से गिरने से गंभीर रूप से घायल हो गया।जिसे ईलाज के लिए मुम्बई के साइन अस्पताल में भर्ती कराया गया।जहां सोमवार रात को मौत हो गई।

गरीबी की मार ऐसी कि पैसे के अभाव में शव को न तो यहां लाया जा सका,न ही परिजन वहां जा सके।लिहाजा मृतक नीलकंठ का अंतिम दर्शन मोबाइल फोन पर वीडियो कॉलिंग कर कराई गई और वहीं शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।इधर धनराशि के अभाव में गांव से गए मजदूर चाह कर भी शव को गांव नहीं ला सके।तब वीडियो कॉल के जरिए परिजनों को शव का अंतिम दर्शन कराया गया। वहीं परिजनों के मुताबिक मृतक नीलकंठ पंडित का मुम्बई में ही अंतिम संस्कार मंगलवार को कर दिया गया। इधर मौत की खबर से महिलाओं की चीख-पुकार से गोविंदपुर गांव में मातमी सन्नाटा पसरा रहा।

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