कतरास । हिलटॉप हाईराइज आउटसोर्सिंग हादसा में मुआवजा,नियोजन और विस्थापन पर ईस्ट बसुरिया ओपी परिसर में बाघमारा प्रखंड के बौआ कला दक्षिण पंचायत अंतर्गत छोटकी बौआ धोबी कुल्ही रजक बस्ती के ग्रामीणों और बीसीसीएल प्रबंधन के बीच कतरास सर्किल इंस्पेक्टर पंकज कुमार झा,बाघमारा सीओ रविभूषण प्रसाद,ईस्ट बसुरिया,भूली,गोंदुडीह, सोनारडीह ओपी प्रभारी, तेतुलमारी, राजगंज थाना प्रभारी एवं बाघमारा महिला थाना प्रभारी की मौजूदगी में सफल वार्ता हुई।ग्रामीणों की ओर से मुख्य रूप जेबीकेएसएस के केंद्रीय अध्यक्ष जयराम महतो,मुखिया प्रतिनिधि महेश रजक,पंचायत समिति सदस्य राजू रजक एवं अन्य मौजूद रहें।वार्ता घंटो चली,जिसका निष्कर्ष शाम 6 बजें तक निकला और लिखित कार्रवाई के साथ वार्ता सफल हुई।
तीनों महिलाओं के शव निकलने के 45 घंटों के संघर्ष के उपरांत ग्रामीणों और बीसीसीएल प्रबंधन के बीच वार्ता में मुआवजा,नियोजन व विस्थापन पर बात बनी।जिसमें प्रति मृतक परिवार को 6 लाख मुआवजा और आउटसोर्सिंग कंपनी में प्रति परिवार आश्रित को नियोजन पर सहमति बनीं।साथ ही विस्थापन पर भी तेजी से कार्रवाई करते हुए जल्द से जल्द ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर पुनर्वास किया जाएगा।उपरोक्त संतोषजनक वार्ता के बाद ही ग्रामीणों ने धरना समाप्त कर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
ज्ञात रहें कि गोंदुडीह खास कुसुंडा कोलियरी क्षेत्र अंतर्गत संचालित आउटसोर्सिंग कंपनी के ट्रांसपोर्टिंग मार्ग में बने गोफ के कारण बस्ती के तीन महिलाओं की दर्दनाक मौत हुई।उक्त हादसा विगत 17 सितंबर रविवार की दोपहर को घटित हुई। ग्रामीणों उक्त महिलाओं की मौत को उनका शहादत मानते हैं।ग्रामीणों का कहना हैं कि उक्त महिलाओं का निधन नहीं हुआ हैं।बल्कि,वे रजक बस्ती के लिए शहीद हुई हैं।उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।जिसके लिए सभी ग्रामीण ऋणी हैं।
जनप्रतिनिधि झूठा भाषण न दें – जयराम महतो
जयराम महतो ने महिलाओं के निधन पर दुःख प्रकट करते हुए कहा कि जनप्रतिनिधि झूठा भाषण ना दें कि यह जनता,मजदूर,किसानों का देश हैं।वास्तविक रूप से जनहित में कानून बनाने की जरूरत हैं।कंपनी एक्ट में भी सुधार करने की आवश्यकता हैं।कंपनी को नियंत्रण व अनुशासन में रखने की आवश्यकता हैं।मजदूरों के हित में मुआवजा,विस्थापन पर कानून बननी चाहिए।अगर पूर्व में बीसीसीएल प्रबंधन लापरवाही नहीं बरतती तो आज इतनी बड़ी घटना नहीं घटती।भारत एक लोकतांत्रिक देश हैं और यहां अगर राजनीति सही नहीं होगी तो कुछ भी सही नहीं होगा।इसलिए जनप्रतिनिधियों को जनहित के मुद्दों को सदन में रखनी चाहिए और उचित कानून भी बनाए।
वार्ता में उपरोक्त गणमान्य के अतिरिक्त बीसीसीएल प्रबंधन की ओर से अतुल शर्मा,अभिषेक कुमार और शंभू शंकर सिंह मौजूद रहें।वहीं ग्रामीणों में संतोष रजक,अजीत रजक,उत्तम रजक,जितेंद्र रजक,कन्हाई रजक,संजय रजक,सुनिल रजक सहित काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहें।
