काष्ठ शिल्प प्रशिक्षण का हुआ समापन
रामावतार स्वर्णकार
इचाक: नाबार्ड द्वारा संचालित स्वदेश संस्था के द्वारा मंगूरा पंचायत भवन में एलईडीपी परियोजना के तहत चल रहे 17 दिवसीय काष्ठ शिल्प प्रथम बैच का प्रशिक्षण का समापन शुक्रवार को हो गया। इस अवसर पर एक समारोह का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि डीडीएम हजारीबाग प्रेम प्रकाश सिंह थे। उन्होंने प्रशिक्षित महिलाओं को प्रेरित करते हुए कहा की प्रशिक्षण का उद्देश्य महिलाओं को स्वावलंबी बनाना है। महिलाएं प्रशिक्षण के पश्चात काष्ठ शिल्प में रोजगार से जुड़कर लाभ कमाने का अनेक अवसर प्राप्त कर सकती है। उन्होनें प्रशिक्षित महिलाओं को स्वनिर्मित उत्पाद का मूल्य निर्धारण करने के साथ साथ फिनिशिंग में निखार लाने का सुझाव भी दिया। कहा कि बाज़ार के मांग के अनुसार अपने उत्पाद बनाएं, मेला व अन्य बाजार में प्रदर्शनी लगाएं और उसे बेचकर आत्मनिर्भर बनें।
इसके लिए उन्होने महिलाओं को कच्चे सामग्री से लेकर मशीन, उपकरण इत्यादि की खरीद हेतु हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया। मुखिया मीना देवी ने कहा कि काष्ठ शिल्प से जुड़कर महिला एवम पुरुष अपना उत्पाद तैयार करें और आत्मनिर्भर बने। संस्था सचिव सुधीर कुमार ने महिलाओं द्वारा काष्ठशिल्प प्रशिक्षण के कई लाभ बताए और रोजगार के लिए एक अच्छा विकल्प बतलाया। इस अवसर पर अतिथियों के द्वारा 30 प्रशिक्षित महिलाओं को प्रमाण पत्र दिया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम का नेतृत्व संस्था की ब्लॉक कॉर्डिनेटर सोनी देवी ने किया। कार्यक्रम में मुखिया प्रतिनिधि रामशरण शर्मा, बालगोविंद मेहता, किशोरी मेहता, पीयूष आनंद, प्रिंस चंद्रा, विनय कुमार, रेखा देवी, शोभा देवी ,प्रियंका देवी, कोशोला देवी, सुदामा देवी समेत कई लोग उपस्थित थे।