बास्ताकोला । बास्ताकोला परियोजना आउटसोर्सिंग माइंस और राजापुर कोल डंप से बड़े पैमाने पर कोयला चोरी हो रहा है, यह सिलसिला दिन के उजालों में होता है , सुबह 5 बजे से शाम में अधेरा होने तक यह खेल चलता है। इस अवैध कोयले के काला खेल में 30-35 बाइक पर कई बार चक्कर लगाते है, यह सिलसिला लगातार कई दिनों से प्रतिदिन चल रहा है, चोरी के अवैध कोयले को धनसार , विक्ट्री तलाब के समीप भंडारण किया जाता है । जिसे रात के अंधेरे में बड़े-बड़े वाहन 407, पिकप आदि वाहनों से गोविंदपुर, बलियापुर और बंगाल आदि जगह के भठ्ठो में खपाया जाता है। जिसे रोकने में स्थानीय प्रशासन की कोई दिलचस्पी नहीं, यह सारा खेल आउटसोर्सिंग के अधिकारियों और सीआईएसएफ की मिली भगत से हो रही है।

बस्ताकोला के रास्ते अवैध कोयले का.बाइक द्वारा कई बार चक्कर से, दुर्घटनाओं की संभावना लगातार बनी हुई है। कांग्रेस जिला सचिव महेंद्र पासवान ने बताया कि अवैध कोयले की चोरी का , कई बार बस्ताकोला प्रबंधन को इससे अवगत कराया है। पर प्रबंधन इस पर कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रही है। किसी दिन अप्रिय घटना होने के बाद ही प्रबंधन की नींद खुलेगा। महेंद्र पासवान ने बताया कि, यहां एक बैरियर भी लगाई गई है, पर वह किसी काम का नहीं हैं , बीच-बीच में बड़े-बड़े वाहन यहां से गुस्साए जाते हैं। जो बस्ताकोला परियोजना कार्यालय के समीप लगा है। बैरियर की ऊंचाई अधिक होने के कारण छोटे-बड़े वाहन आराम से आर-पार हो जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी हाल ही के दिनों में उपायुक्त के आदेश के बाद टास्क फोर्स का गठन किया गया था। जिसमे बीसीसीएल अधिकारियों और कई थानो प्रभारीओ के बीच बैठकर बैठक की गई थी । जिसके बावजूद भी बड़े पैमाने पर कोयला चोरी नहीं रुक रही है। यह दुर्भाग्यपूर्ण हैं।।

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