झरिया । झरिया के पास 24 मई 2017 को जमींदोज हुए पिता-पुत्र बबलू खान और रहीम की याद में झरिया के लोगों ने ‘सुरक्षित कोयलांचल दिवस’ मनाया। सुरक्षित कोयलांचल कि उम्मीद जताई। और बबलू एवं रहीम की याद में 1 मिनट का मौन रखा । सामाजिक कार्यकर्ता पिनाकी रॉय और पूर्व पार्षद अनूप साव के नेतृत्व में स्थानीय लोगों के एक समूह ने उस फुलारीबाग में, दुर्घटना स्थल के सामने उनकी तस्वीर पर फूलों के साथ बबलू खान और रहीम खान को श्रद्धांजलि दी। तसबीर पर माला दी गई, अगरवत्ती जलाई गई। बच्चों ने ‘झरिया कोलफील्ड्स- सुरक्षित करे’ सुरक्षित करे’ नारों दिए , प्लाकार्ड्स के साथ में प्रदर्शन किया। असगर खान (बबलू खान के बड़े भाई) के साथ कई स्थानीय लोगों ने उनकी तस्वीर पर माला पहनाई। कोई लोगों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
इस संबंध में पूर्व पार्षद अनूप साव कहते हैं, पूर्व में हुए बालू घोटाले का परिणाम स्वरूप बबलू और रहीम की जान चली गई वर्तमान में “बीसीसीएल द्वारा निगरानी की कमी और लापरवाह खनन के कारण कोयला क्षेत्रों में ऐसी घातक दुर्घटनाएं होती हैं। लोगों को सुरक्षा की जरूरत है।
पिनाकी रॉय कहते हैं, “हम हमेशा 24 मई 2017 के दिन को याद करते हैं, जब एनडीआरएफ पिता-पुत्र के शवों का पता नहीं लगा सका था। यह झरिया के इतिहास में एक काला दिन था। हमें एक सुरक्षित कोयलांचल की आवश्यकता है।
कार्यक्रम में पूर्व पार्षद अनूप साव, पिनाकी रॉय, बिनोद साव, करीना बानो अशरफ अहमद मनु साव पंकज कुमार, रानी कुमारी, अनमौल कुमार, लक्ष्मी कुमारी, रानी कुमारी, चाहत कुमारी, दीपशिखा कुमारी, छोटू कुमार, अभिषेक कुमार, संजना कुमारी, अंजनी कुमारी, रागिनी कुमारी समेत अनेक लोगों और बच्चें उपस्थित थे।