धनबाद । शहर के बैंक मोड़ थाना क्षेत्र अंतर्गत हावड़ा मोटर के समीप बिजली खंभे पर लगे 11/440 Kva ट्रांसफार्मर में शुक्रवार की अहले सुबह आग लग गई। जिससे आग की तेज लपटें उठने लगी। आगलगी को देख स्थानीय युवकों ने आग पर काबू पाने की कोशिश में जूट गए। इस दौरान बिजली विभाग तथा अग्निशमन विभाग का समय पर सहयोग नहीं मिलने के बावजूद भी युवक आग बुझाने के लिए पूरी मुस्तैदी से घटना स्थल पर डट कर प्रयास करते रहे। यूवको द्वारा अग्निशमन दल विभाग और बिजली विभाग को फोन पर सूचना देने की लगातार कोशिश की गई। परंतु दोनों विभाग की ओर से किसी ने कॉल रिसीव नहीं किया। जिसके बाद यूवको ने आग बुझाने के लिए खुद मोर्चा संभाल लिया। यह घटना शुक्रवार की अहले सुबह 3-4 बजे के बीच की है।
जब पूरा शहर और आसपास के लोग गहरी नींद में थे, तो कई युवक ट्रांसफार्मर में लगी भीषण आग को बुझाने की जद्दोजहद में जूटे रहे। युवकों का कहना था कि चंद कदमों की दूरी पर पिछले माह आशीर्वाद टावर में भयानक आग लगी की घटना को देखकर उनके रोंगटे खड़े हो गए थे। उसी घटना पुनरावृति नही हो… इसके लिए उन लोगों ने काफी मशक्कत किया। लेकिन ट्रांसफार्मर मे भरे हुए तेल की वजह से आग बुझाने में काफी दिक्कतें आईं। अग्निशमन और बिजली बिजली विभाग के अधिकारियों द्वारा फोन कॉल रिसीव नहीं किए जाने पर वहां के लोगों ने एक युवक को जोड़ा फाटक स्थित विद्युत सब स्टेशन भेजा। जहां पहुंचने के बाद युवक ने सब-स्टेशन के ऑपरेटर को घटना की सूचना देकर पावर कट कराया।
इधर स्थानीय युवक अपने दुकान और आसपास के व्यवसायिक प्रतिष्ठान में लगे हुए छोटे-छोटे फायर फाइटर सिलेंडर से आग पर काबू करने के लिए काफी मशक्कत किया। युवकों की कड़ी मेहनत से आग को फैलने से रोक जा सका और एक बड़ी घटना को टालने में सफलता मिली। ऐसे में सवाल यह उठता है कि धनबाद शहर में पिछले दिनों बड़ी-बड़ी अगलगी की घटनाओं में दर्जनों लोगों की मौत होने के बाद भी क्या संबंधित विभाग के जिम्मेवार जागरूक नहीं हुए है? अगर ऐसा है तो आने वाले समय में किसी भयानक हादसे को घटने से इनकार नहीं किया जा सकता है।
