4 किमी दूर डाढा पंचायत मुख्यालय जानें के लिए 12 किमी की दूरी करनी पड़ती है तय

रामावतार स्वर्णकार
हजारीबाग/इचाक । प्रखंड मुख्यालय से लगभग 12 किमी दूर सीमांत पंचायत डाढा के आरा गांव आज़ादी के 75 वर्ष बाद भी एक अदद अच्छी सड़क के लिए तरस रहा है। प्रखंड के इचाक- खैरा पथ पर पोखरिया गांव से आरा गांव जानें वाली मुख्य सड़क काफ़ी जर्जर है। बरसात में यह सड़क कीचड़ में तब्दील हो जाता है, जिस पर पैदल भी चलना मुश्किल है। इस राह से होकर एक नदी भी बहती है, जिसपर अबतक कोई पुल पूलिया नही बन पाया है। बारिश में यह रास्ता पूरी तरह से बंद हो जाता है। सड़क नहीं होने के कारण ग्रामीणों को 4 किमी दूर डाढा पंचायत मुख्यालय अथवा राशन उठाव के लिए डाढा गांव 12 किमी की लंबी दूरी तय कर जाना पड़ता है।

वहीं फुफंदी होकर इचाक बाज़ार अथवा प्रखंड मुख्यालय भी जाना अपेक्षाकृत काफी दूर होता है। आरा गांव जंगल के बीचोबीच बसा है। यहां की प्राकृतिक सौंदर्य निराली है किंतु ग्रामीणों को हाथियों का कहर हर साल झेलना पड़ता है। गांव में भुईयां और गोसाई जाति के लगभग 60 घर है जहां लगभग 300 लोग रहते हैं l यहां रोज़गार की कमी है। गांव के ज्यादातर लोग खेती और मजदूरी करते हैं। तो कई युवा पलायन को मजबूर हैं। अच्छी सड़क नहीं रहने के बावजूद भी यहां के युवाओं में देश सेवा की एक ललक है l 25 घर गोसाई जाति में से करीब 15 घरों के लोग बीएसएफ, सीआरपीएफ एवं इंडियन आर्मी जैसे सैन्य विभागों में रहकर देश की रक्षा में डटे हैं।

सड़क नहीं रहने के कारण गांव के कई लोग गांव छोड़कर दूसरे जगह बसने को विवश हैl गांव के प्रेम पुजारी, शंभू शरण दास, विपिन कुमार दास, निर्मल दास ने बताया कि गांव लगभग 400 वर्ष पूर्व बसा है तब से पीढ़ी दर पीढ़ी लोग सड़क के लिए प्रखंड से लेकर राज्य स्तर तक आवेदन देकर सड़क बनाने की मांग किया है, परंतु पगडंडियों के सहारे आना-जाना करना ही ग्रामीणोंके नसीब में लिखा है। ग्रामीण उदित दास, सुदामा दास, प्रकाश मेहता, सत्यनारायण दास समेत कई लोगों ने बताया कि सड़क की मरम्मती ग्रामीण हर साल आपस में चंदा भराकर और श्रमदान कर कर लेते हैं। सरकार अथवा वन विभाग कोई सहयोग नहीं करता। गांव में मोबाइल नेटवर्क, उच्च शिक्षा और चिकित्सा सुविधा का घोर अभाव है।

क्या कहते हैं मुखिया-डाढा पंचायत के दुसरे बार बनी मुखिया सुनीता देवी ने बताया कि सड़क बनाने के लिए क्षेत्र के सांसद और विधायक को कई बार आवेदन दिया गया है l परंतु आज तक किसी ने ध्यान नहीं दिया । पंचायत स्तर पर अयोजित सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में इस बात को प्रमुखता से रखूंगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *