निशिकान्त मिस्त्री

जामताड़ा । स्लिंगशॉट एसोसिएशन ऑफ इंडियन और स्लिंगशॉट  एसोसिएशन  ऑफ महाराष्ट्र के संयुक्त तत्वाधान में गत 28 अगस्त  को महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में आयोजित 7 वीं राष्ट्रीय स्लिंगशॉट प्रतियोगिता 2022 में झारखंड राज्य से दो खिलाड़ी स्लिंगशॉट यानी “गुलेल” खेल में  झारखंड राज्य  से प्रतिनिधित्व किये थे। इस प्रतियोगिता में अपने – अपने आयु वर्ग में दोनों खिलाड़ी ने पदक  प्राप्त करने में सफल रहे। सीनियर में सूरज कु. पासवान स्वर्ण पदक प्राप्त किए वही जूनियर में आर्यन कु. सिंह रजत पदक प्राप्त किए। दोनों खिलाड़ी ने बेहतर प्रदर्शन कर पदक प्राप्त कर झारखंड राज्य को गौरवान्वित किया।

स्लिंगशॉट “गुलेल” के राष्ट्रीय प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए आज सम्मान समारोह का आयोजन किया गया इस अवसर पर स्लिंगशॉट एसोसिएशन ऑफ झारखंड के अधिकारियों एवं जामताड़ा के विभिन्न खेल संघों के सदस्यों ने फूल – माला , अबीर – गुलाल एवं मिठाइयां खिलाकर एक दूसरे को बधाई एवं शुभकामनाएं दिए। स्लिंगशॉट एसोसिएशन ऑफ झारखंड के महासचिव दीपक दुबे ने कहे की स्लिंगशॉट यानी “गुलेल” खेल को झारखंड राज्य में बढ़ावा देने के लिए  हम झारखंड के विभिन्न जिलों में जाकर इस खेल का प्रचार – प्रसार के लिए संपर्क स्थापित कर रहे हैं।

आने वाले समय में झारखंड के अधिकतर जिले में हमारा प्रयास होगा कि लोगों के मुंह में अपवाद के रूप में चिड़िया मार “गुलेल” को अब स्लिंगशॉट खेल के नाम से खिलाड़ियों को रूबरू करा के उभारने का कार्य करने के लिए हम प्रयासरत हूं। अब परिणाम दिखने लगा दो वर्षो के अथक  प्रयास से ही हमारे झारखंड के खिलाड़ीयों तीन राष्ट्रीय स्तर के प्रतियोगिता में हिस्सा लिये जिसमें  प्रथम बार में 5 पदक  , द्वितीय बार दमखम के साथ 3 पदक वहीं इस बार 2 पदक प्राप्त करने में सफल रहे जो संपूर्ण झारखंड के लिए गौरव के विषय के साथ गौरवान्वित पल है।  झारखंड राज्य से तृतीय बार भी  स्वर्णिम अक्षरों में  गुलेल खेल में यहां के बच्चे ने राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में  इतिहास रचे हैं ।

इन विजेता खिलाड़ियों को देखकर  हम काफी गर्व और फक्र महसूस कर रहा हूं । झारखंड में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है यहां की मिट्टी में कूट-कूट कर प्रतिभा के भरमार है बस जरूरत है तो उसे प्लेटफार्म देने की। हमारे प्रयास है कि आने वाले समय में “गुलेल” खेल को खेल के रूप में पूरे झारखंड राज्य के  आने वाले समय में झारखंड राज्य के खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता मैं “गुलेल” खेल में सर्वश्रेष्ठ स्थान हासिल करेंगे । गुलेल खेल स्लिंगशॉट  हमारे झारखंड के संस्कृति एवं धार्मिक परंपरा के साथ जुड़ा हुआ है।

यह खेल कोई नया नहीं है हमारे झारखंड के सुदूरवर्ती ग्रामीण एवं गांव में  गुलेल चलाने का प्रचलित बहुत जोरों – शोरों से है बस उन सभी को इस गुलेल के आधुनिक नाम स्लिंगशॉट खेल से जुड़ना का प्रयास है । जिससे हमारे पशु – पक्षी पे अत्याचार और हिंसात्मक कम हो और लोग “गुलेल” को खेल के रूप में अपनाकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर में अपने पहचान बनाने मैं सफल हो। आज के सम्मान समारोह में मुख्य रूप से राहुल सिंह, विपिन दुबे, भास्कर चांद , संजीव सेन एवं परिणीता सिंह, प्रवीण झा, मंतोष कुमार उपस्थित थे।

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