कमरों के अभाव में पढ़ाई हो रही है बाधित
एक शौचालय पर निर्भर है 900 विद्यार्थी
रामावतार स्वर्णकार
हज़ारीबाग /इचाक । प्रखंड मुख्यालय से लगभग 10 किमी दूर उत्क्रमित प्लस टू हाई स्कूल देवकुली के विद्यार्थी इन दिनों वर्ग कक्ष एवं शौचालय की कमी का दंश झेल रहे हैं। इस विद्यालय में विद्यार्थियों के लिए सुविधाओं की घोर कमी है। इसे लेकर विद्यालय के छात्र छात्राएं, विद्यालय प्रबंधन समिति सदस्य निराश होकर अब प्रशासन के खिलाफ आंदोलन करने पर उतारू हैं। उत्क्रमित +2 उच्च विद्यालय देवकुली अपनी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और स्वक्षता के लिए जाना जाता है। विद्यालय के बच्चों का सफलता दर हमेशा शत प्रतिशत रहता है, वहीं हाल ही में विद्यालय को स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार के 5 स्टार रेटिंग से नवाजा गया। लेकिन
फिलहाल इस विद्यालय में कक्षा 9 से 12 वीं कक्षा में 467 विद्यार्थी अध्यनरत हैं एवं नामांकन जारी है। जबकि वर्ग कक्ष के नाम पर मात्र दो कमरा है ।
वर्ग कक्ष की कमी के कारण बच्चों को लाइब्रेरी रूम, कार्यालय एवं आईसीटी वोकेशनल लैब में जैसे तैसे बैठाकर पढ़ाया जाता है। 40 विद्यार्थी की क्षमता वाले कमरे में 100 से डेढ़ सौ बच्चे एक साथ पढ़ने को मजबूर हैं। तो वहीं कम क्लासरूम होने के कारण एडिशनल क्लास बाधित है। दूसरी ओर लड़कों के लिए एक एवं लड़कियों के लिए एक कुल दो शौचालय है। एक बड़े कैंपस के अन्तर्गत प्राथमिक विद्यालय, मध्य विद्यालय और +2 उच्च विद्यालय संचालित है, जिसमें लगभग 900 बच्चे पढ़ते हैं। बच्चों की संख्या अधिक होने के कारण लंच टाइम में बच्चे शौच भी नही कर पाते।
शौचालय की कमी होने से सबसे अधिक सीनियर क्लास की लड़कियां परेशान है। विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष अनिल सिंह ने कहा कि विद्यालय में वर्ग कक्ष एवं शौचालय की कमी को लेकर विधायक अमित कुमार यादव एवं जिला के अधिकारियों से कई बार शिकायत किया। बावजूद इसके समस्या बरकरार है।
क्या कहते हैं विद्यार्थी
छात्राओं का कहना है कि लड़कियों के लिए मात्र एक शौचालय है। लंच ब्रेक के टाइम में हम सभी लड़कियां शौच भी नही कर पाते । वहीं विद्यालय एमएच लैब की शक्त आवश्यकता है, पीरियड के समय लड़कियों को पीड़ा होती है टेस्ट रूम की भी कमी है। जिस कारण माहवारी के समय अनुपस्थित रहना पड़ता है। छात्र भी सुविधाओं को लेकर परेशान हैं। छात्रों का कहना है कि वर्ग कक्ष एवं शौचालय की कमी को पूरा नहीं किया गया तो विद्यालय के सभी छात्र छात्राएं सड़क पर उतर कर आंदोलन करेंगे। प्रभारी प्राचार्या डा. रौनक नाज ने कहा की कमरे एवं शौचालय की कमी रहने से विद्यार्थी के साथ साथ शिक्षक भी परेशान हैं।
विषयवार शिक्षक अपना क्लास नही ले पाते हैं। कॉमन रूम नही रहने से शिक्षक बरामदे में बैठकर काम करते हैं। सुचारू रूप से विद्यालय चलाने के लिए अतिरिक्त 10 कमरे एवं 6 यूनिट शौचालय की शक्त आवश्यकता है। सुविधाओं की कमी को लेकर स्थानीय विधायक अमित कुमार यादव एवं जिला अधिकारियों से विद्यालय की समस्या को रख चुकी हूं।
मुखिया मंजू देवी ने कहा कि विद्यालय में शौचालय की कमी रहने के कारण बड़ी बच्ची को परेशानी उठानी पड़ रहा है एवं वर्ग कक्ष की कमी से पढ़ाई बाधित होती है इसलिए मैं उपायुक्त से समुचित सुविधा दिलाने की मांग करती हूं ।
क्या कहते हैं बीईईओ
मामले को लेकर प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी बंशीधर राम ने कहा कि विद्यालय की कमी से अवगत हुं। विद्यालय भवन और शौचलय का एक प्राक्कलन तैयार कर जिला शिक्षा पदाधिकारी को आवेदन दिया जायेगा।