निशिकान्त मिस्त्री

जामताड़ा । नगर पंचायत अंतर्गत महुलडंगाल वासी महिलाओं ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर चमेली देवी द्वारा दिए गए बयान जिसमें नगर पंचायत जामताड़ा द्वारा शहर वासियों को घटिया पानी पिलाने संबंधित समाचार प्रकाशित कराया है, इसका प्रतिक्रिया देते हुए पुरजोर विरोध जताकर सामूहिक रूप से महिलाओं ने कही है कि आज अगर जामताड़ा शहर के गरीबों को कोई देखने वाला है तो नगर पंचायत जामताड़ा है। वर्ष 2008 में नगर पंचायत जामताड़ा का गठन हुआ है, तब से आज तक नगरी क्षेत्र में अगर कोई काम किया तो नगर पंचायत जामताड़ा ने किया है। रोड, नाली, स्ट्रीट लाइट, साफ-सफाई, पेयजल के लिए चापाकल, पाइपलाइन, प्रधानमंत्री आवास निर्माण सभी क्षेत्रों में बिना भेदभाव का काम किया है।

जहां तक पेयजल का बात है तो नगर पंचायत जामताड़ा ने खुली अदालत लगाकर पेयजल के विषय में चर्चा किया। पूर्व में जो पेयजल की व्यवस्था थी, लोगों को पानी नसीब नहीं होता था। नगर पंचायत वर्तमान वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाकर पानी दे रहा है। इससे भी पूर्ण समाधान नहीं हुआ तो लाधना डैम से जामताड़ा शहर में पानी लाने के लिए डीपीआर तैयार करा लिया है। शहर वासियों को पेयजल के लिए नगर पंचायत परेशान होने नहीं देगी।

चमेली देवी को बयान देने से पहले सोचना चाहिए कि  जामताड़ा वासियों ने चमेली देवी के पति को दो बार एमएलए बनाया। उसके कार्यकाल में कुछ नहीं हुआ। उस समय जामताड़ा शहर वासियों को शुद्ध पेयजल मिले इसके लिए चमेली देवी एक बार भी नहीं बोली थी। मोके में बॉबी देवी, सुलेखा देवी, माया देवी, आदरी देवी, सोनी देवी,शांति देवी,अझोला देवी के अलावे काफी संख्या में नारी शक्ति  उपस्थित थे।

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