बिहार । नीतीश कैबिनेट में आज शामिल किए गए मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा कर दिया गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गृह विभाग अपने पास रखा है जबकि डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं, विजय कुमार चौधरी को वित्त विभाग जबकि राजद नेता तेज प्रताप यादव को पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री बनाया गया है।
जानें किसके पास कौन सा मंत्रालय-
नीतीश कुमार- गृह, सामान्य प्रशासन, मंत्रिमंडल सचिवालय, निगरानी, निर्वाचन और ऐसे सभी विभाग जो किसी को आवंटित नहीं हैं।
तेजस्वी यादव- स्वास्थ्य, पथ निर्माण, नगर विकास एवं आवास, ग्रामीण कार्य
विजय कुमार चौधरी- वित्त, वाणिज्य कर, संसदीय कार्य
बिजेंद्र प्रसाद यादव- उर्जा, योजना एवं विकास
आलोक कुमार मेहता- राजस्व एवं भूमि सुधार
तेज प्रताप यादव- पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन
आफाक आलम- पशु एवं मत्स्य संसाधन
अशोक चौधरी- भवन निर्माण
श्रवण कुमार- ग्रामीण विकास
सुरेंद्र प्रसाद यादव- सहकारिता
रामानंद यादव- खान एवं भूतत्व
लेसी सिंह- खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण
मदन सहनी- समाज कल्याण
कुमार सर्वजीत- पर्यटन
ललित कुमार यादव- लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण
संतोष सुमन- अनुसूचित जाति/जनजाति कल्याण
संजय कुमार झा- जल संसाधन, सूचना एवं जनसंपर्क
शीला कुमारी- परिवहन
समीर कुमार महासेठ- उद्योग
चंद्र शेखर- शिक्षा
सुमित कुमार सिंह- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
सुनील कुमार- मद्ध निषेध, उत्पाद एवं निबंधन
अनिता देवी- पिछड़ा वर्ग एवं अतिपिछड़ा वर्ग कल्याण
जितेंद्र कुमार राय- कला, संस्कृति एवं युवा
जयंत राज- लघु जल संसाधन
सुधाकर सिंह- कृषि
मोहम्मद जमा खान- अल्पसंख्यक7 कल्याण
मुरारी प्रसाद गौतम- पंचायतीराज
कार्तिक कुमार- विधि
शमीम अहमद- गन्ना उद्योग
शाहनवाज- आपदा प्रबंधन
सुरेंद्र राम- श्रम संसाधन
मोहम्मद इसराइल मंसूरी- सूचना प्रोवैद्धिकी
बता दें कि आज ही सुबह नीतीश कैबिनेट का पहला विस्तार किया गया। कैबिनेट में कुल 31 मंत्रियों को शामिल किया गया है। सबसे ज्यादा राष्ट्रीय जनता दल के 31 विधायकों और एमएलसी को मंत्री बनाया गया है। बिहार के राज्यपाल फागू चौहान ने राजभवन में नए मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
राजद से सबसे ज्यादा 16 मंत्री बनाए गए-
राजद को 16 मंत्री और जनता दल (यूनाइटेड) को 11 मंत्री पद मिले हैं जबकि कांग्रेस के दो विधायकों, जीतन राम मांझी के हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के एक और निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह ने भी कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली।
इस महीने से शुरुआत में एनडीए से अलग हो गए थे नीतीश-
बता दें कि नीतीश कुमार ने भाजपा से नाता तोड़ लिया था और इस महीने की शुरुआत में राजद और अन्य दलों के साथ सरकार बनाई थी। मुख्यमंत्री और उनके उप-राजद के तेजस्वी यादव ने 10 अगस्त को शपथ ली। बिहार महागठबंधन की संयुक्त ताकत 163 विधायकों की है। निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह की ओर से नीतीश कुमार को अपना समर्थन देने के बाद इसकी प्रभावी ताकत 164 हो गई। नई सरकार 24 अगस्त को बिहार विधानसभा में बहुमत साबित कर सकती है।
बता दें कि बिहार में 2020 के विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने 125 सीटें जीतीं थीं, जिनमें से भाजपा ने 74 सीटें जीतीं, नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) ने 43, विकासशील इंसान पार्टी ने 4 और हिंदुस्तान आवाम पार्टी (सेक्युलर) ने 4 सीटें जीतीं।
वहीं राजद और उसके सहयोगियों ने 110 सीटों पर जीत हासिल की थी। राजद 75 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनी थी जबकि जबकि कांग्रेस ने 19 सीटों पर जीत हासिल की थी। वाम दलों ने जिन 29 सीटों पर चुनाव लड़ा था, उनमें से उन्होंने 16 में जीत हासिल की, जिनमें से सीपीआई (एमएल-लिबरेशन) ने 12 सीटें जीतीं थीं। असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम ने राज्य के सीमांचल क्षेत्र में पांच सीटों पर जीत हासिल की थी। उसके चार विधायक राजद में शामिल हो गए हैं।
आठवीं बार मुख्यमंत्री बने हैं नीतीश कुमार-
पिछले हफ्ते नीतीश कुमार ने आठवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। वहीं उनके साथ तेजस्वी यादव ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली थी। 24 और 25 अगस्त को बुलाई गई विधानसभा के सत्र के दौरान नीतीश सरकार बहुमत साबित करेगी। नीतीश और तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले महागठबंधन सरकार के समर्थन कुल सात पार्टियों के विधायक हैं। कुल 164 विधायकों के समर्थन की चिट्ठी नीतीश कुमार ने राज्यपाल को सौंपी थी।