रामावतार स्वर्णकार
इचाक । प्रखंड के बरकाखुर्द गांव में आरईओ पथ स्थित उच्च विद्यालय बरका से सिमरा बाबा तेतरिया नदी तक लगभग एक किमी नवनिर्मित कालीकरन किया हुआ सड़क के गुणवत्ता की पोल सावन के पहली बारिश ने ही खोल दी। सड़क पर बारिश का पानी बहने के साथ ही कलीकृत सड़क जगह से उखड़ने लगा ओर इसका किनारा धंसने लगा। जिसके कारण आवागमन बाधित होने की स्थिती उत्पन्न हो गई। यह कालीकृत सड़क विशेष प्रमंडल हजारीबाग के योजना मद से लगभग 42 लाख रुपए के लागत से संवेदक प्रदीप मेहता और मनोज मेहता द्वारा लगभग तीन माह पुर्व बनाई गई है।

सड़क निर्माण काल से ही संवेदक अपनी मनमानी करता रहा । संवेदक के अनियमितता के खिलाफ़ ग्रामीणों ने कई बार संबंधित विभाग से शिकायत की थी। लेकिन संवेदक की मनमानी और विभागीय लापरवाही का दंश आज ग्रामीण झेलने को विवश हैं। बनी है। समाज सेवी और मुखिया प्रतिनिधि ओम प्रकाश मेहता ने बताया कि इचाक खैरा पथ के जर्जर स्थिती के कारण प्रखंड के छः पंचायत के दर्जनों गांवों के लोग वर्षो से आवागमन की समस्या से जूझ रहे हैं। और मजबूरी में 4 किमी के जगह 10 किमी दूरी तय कर प्रखंड मुख्यालय और बजार आना जाना करने को विवश हैं। इस सड़क के बनने से थोड़ी राहत की आस जगी थी जो संवेदक और विभागीय भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ गया।

सड़क के इस प्रकार क्षतिग्रस्त हो जानें से ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। उन्होंने ने संबंधित विभाग से सड़क का पुनर्निर्माण ओर संबंधित संवेदक का लाईसेंस रद्द कराने की मांग की। कहा की अगर मांगें पूरी नहीं हुईं तो क्षेत्र की हजारों जनता उग्र आंदोलन को विवश होगी। रोष व्यक्त करने वालों में बादल मेहता, नरेश मेहता, वीरेंद्र मेहता, सुरेश प्रसाद, सरजू मेहता, मनोज मेहता, अशोक मेहता, अरुण कुमार, प्रधानाध्यापक बैजनाथ प्रजापति, बद्री मेहता, यमुना मेहता, सुरेंद्र मेहता, तुषार मेहता, सोनाराम, लखन मेहता, कृष्णा मेहता, प्रभु प्रसाद, संतोष मेहता, दशरथ मेहता, डी पासवान समेत दर्जनों लोग शामिल है

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