नई दिल्ली । द्रौपदी मुर्मू ने देश के 15वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ले ली हैं। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमण ने उन्हें शपथ दिलाई। बता दें कि मुर्मू देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति हैं, सर्वोच्च संवैधानिक पद संभालने वाली पहली आदिवासी महिला और स्वतंत्र भारत में पैदा होने वाली पहली राष्ट्रपति हैं।
द्रौपदी मुर्मू ने इन मामलों में रचा इतिहास-
– देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति
– पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति
– सबसे कम उम्र की राष्ट्रपति
– स्वतंत्र भारत में पैदा होने वाली पहली राष्ट्रपति
मुर्मू (64) ने देश की नई राष्ट्रपति बनने के लिए निर्वाचक मंडल सहित सांसदों और विधायकों के मतपत्रों की मतगणना में 64 प्रतिशत से अधिक मान्य मत हासिल किए थे। विपक्ष के कैंडिडेट यशवंत सिन्हा के खिलाफ उन्होंने भारी अंतर से जीत हासिल की। निर्वाचन अधिकारी पी. सी. मोदी ने बताया कि उन्हें सिन्हा के 3,80,177 मतों के मुकाबले 6,76,803 मत हासिल हुए थे।
केरल के एक विधायक को छोड़कर सभी विधायकों ने सिन्हा को वोट दिया जबकि मुर्मू को आंध्र प्रदेश से सभी मत मिले। वह स्वतंत्रता के बाद पैदा होने वाली पहली राष्ट्रपति है और शीर्ष पद पर काबिज होने वाली सबसे कम उम्र की राष्ट्रपति है। वह राष्ट्रपति बनने वाली दूसरी महिला भी हैं।