निशिकांत मिस्त्री
जामताड़ा । गांधी मैदान जामताड़ा के समीप रविवार को ईसीएल चित्रा से जामताड़ा साइडिंग तक कोयला ढुलाई में उपयोग किए जा रहे डंपर वाहनों को सेवा मुक्त करने के निर्देश के खिलाफ डंपर वाहन मालिकों की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष वीरेंद्र मंडल शामिल हुए। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि पिछले 30 वर्षों से डंपर वाहनों के माध्यम से कोयला ढुलाई का कार्य सुचारू रूप से होता आ रहा है। लेकिन हाल ही में ईसीएल चित्रा के महाप्रबंधक (GM) और ट्रांसपोर्टेशन कंपनी की मिलीभगत से सभी डंपर और टीपर वाहनों को हटाकर हाइवा वाहनों को प्राथमिकता देने का आदेश दिया गया है, जो सरासर अनुचित है।
डंपर वाहन मालिकों का कहना है कि कोयला परिवहन के लिए आवश्यक दस्तावेज तैयार करवाने में उन्होंने लाखों रुपये खर्च किए हैं। बावजूद इसके, अचानक सेवा से हटाए जाने के निर्णय से हजारों लोगों का रोजगार संकट में आ गया है। बैठक में तय किया गया कि इस मुद्दे को लेकर जल्द ही ईसीएल चित्रा GM, जामताड़ा उपायुक्त (DC) और अनुमंडल पदाधिकारी (SDO) को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
भाजपा नेता वीरेंद्र मंडल ने कहा कि यह तुगलकी फरमान जनविरोधी है और इसे हरगिज़ स्वीकार नहीं किया जाएगा। यदि डंपर वाहनों को पुनः सेवा में बहाल नहीं किया गया, तो हजारों वाहन मालिक व कर्मी अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन व सड़क जाम करने को बाध्य होंगे। साथ ही कोयला ढुलाई कार्य को पूरी तरह बाधित कर विरोध जताया जाएगा।
बैठक में सैकड़ों डंपर वाहन मालिक उपस्थित रहे और एकजुट होकर अपने अधिकारों के लिए संघर्ष का संकल्प लिया।
