निशिकांत मिस्त्री
जामताड़ा । भारतीय जनता पार्टी के नाला विधानसभा क्षेत्र के कददेवार नेता सह पूर्व कृषि मंत्री सत्यानन्द झा ने पार्टी से बगावत कर पार्टी के पद से इस्तीफा दे दिया। बताते चलें कि सत्यानंद झा 2009 की विधानसभा चुनाव में नाला विधानसभा क्षेत्र से जीतकर मंत्री भी बन चुके हैं। जिसके बाद दो बार 2014 और 2019 में नाला विधानसभा क्षेत्र से हार भी चुके हैं। वहीं 2024 के चुनाव में पार्टी ने माधवचन्द्र महतो को प्रत्याशी बनाया है। प्रत्याशी घोषित होने के पूर्व सत्यानंद झा नाला विधानसभा क्षेत्र से टिकट की मांग कर रहे थे। लेकिन पार्टी ने टिकट नही दिया। जिससे नाराज सत्यानन्द झा ने पार्टी के पद से इस्तीफा देकर चुनावी मैदान में उतारने का फैसला लिया है।
मीडिया से बात करते हुवे सत्यानन्द झा ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व ने टिकट के लिए सर्वे कराया, रायसुमारी कराई, जिसमें एक नंबर पर मेरा नाम है। इसके बावजूद भी पार्टी ने मुझे टिकट नही देकर किसी अन्य को टिकट थमाया है। उन्होंने कहा कि में मंत्री भी रह चुका हूँ और किसी तरह का भ्रष्टाचार का आरोप मुझपर नही लगा है। उन्होंने कहा कि पार्टी को अगर मुझे टिकट नहीं देना था तो कम से कम ऐसे कार्यकर्ता को टिकट मिलनी चाहिए जो कई दशक से पार्टी का झंडा ढो रहे हैं और पार्टी के लिए समर्पित हैं तथा उनकी क्षमता है विधायक बनने की, परंतु पार्टी ने इन सभी मुद्दों को दरकिनार कर उस शख्स के हाथ में टिकट थमा दिया जिसके वजह से पार्टी नाला विधानसभा में दो बार हर का मुंह देख चुकी है। सत्यानन्द झा ने कहा कि अपने समर्थकों और विधानसभा क्षेत्र की जनता से विचार विमर्श करने के उपरांत आगे का निर्णय लूंगा। समर्थक और कार्यकर्ता जो चाहेंगे उसी हिसाब से आगे की रणनीति तय होगी और किसी दल से शामिल होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि अपने इस गलत नीति के वजह से भारतीय जनता पार्टी पूरे संथाल परगना क्षेत्र में बहुत ही दुर्गति की ओर बढ़ रही है। उन्होंने भाजपा को बर्वाद पार्टी की संज्ञा दिए हैं और पार्टी छोड़ने की घोषणा करते हुवे चुनाव लड़ने का एलान किया।