कन्या पूजन सनातन संस्कृति का हिस्सा : आशुतोष जी

रामावतार स्वर्णकार
हजारीबाग /इचाक । प्रखंड क़े पुराना इचाक पंचायत अंतर्गत के तेतरिया कॉलोनी में बसंत दिगंबर आगासे सेवा संस्थान (ट्रस्ट) हजारीबाग के द्वारा नवरात्र के शुभ अवसर पर नवकन्याओं के बीच नए वस्त्र का वितरण किया गया। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के हजारीबाग विभाग के विभाग प्रचारक श्रीमान आशुतोष भारती ने लोगों को नवरात्र और विजयदशमी की हार्दिक बधाई और शुभकामनायें देते हुए कहा कि नवरात्रि के दौरान नव कन्याओं का पूजन हमारी सनातन संस्कृति का हिस्सा रही है। कन्या पूजन दर्शाता है कि सनातन संस्कृति में कन्याओं, महिलाओं को समानता का अधिकार प्रारम्भ से ही प्राप्त है। हमारे वेदों में ही वर्णित है “यत्र नारयस्ती पूज्यँते, रमंते तत्र देवता” अर्थात जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता भी वास करते हैं।

सह जिला बौद्धिक प्रमुख श्रीमान संदीप जी ने स्थानीय भाषा में कहा की सनातन संस्कृति से जुड़कर रहने से ही समाज और राष्ट्र का कल्याण हो सकता पूर्वजों द्वारा बनाए गए जीवन मूल्यों को संजोकर रखने की आवश्यकता है। वहीं खंड कार्यवाह रंजीत शर्मा ने कहा कि कन्या पूजन की सार्थकता तब और बढ़ जाती है जब शोषितों और वंचितों के बीच जाकर के कन्याओं का पूजन किया जाय. इससे समाज में समानता का अधिकार बना रहेगा एवं जरूरतमंदों को सहायता प्रदान किया जा सकेगा। इस अवसर पर ट्रस्ट के सह सचिव संजय श्रीवास्तव, सदस्य किशोर सिन्हा, संघ क़े विशाल कुमार, सह धर्म जागरण प्रमुख ब्रह्मदेव जी, नीरज जी, महेश वैद्य, विनोद जी प्रकाश जी समेत अन्य स्वयंसेवक उपस्थित रहे।

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