निशिकांत मिस्त्री
जामताड़ा । जामताड़ा महाविद्यालय जामताड़ा के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई एक के द्वारा स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम के अंतर्गत शनिवार को महाविद्यालय परिसर में कायाकल्प प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शनी में छात्र-छात्राओं के द्वारा कबाड़ से जुगाड़ अर्थात घर में व्यर्थ पड़ी वस्तुओं से कुछ उपयोगी वस्तु बनाने की प्रतियोगिता। इस प्रतियोगिता में निर्णायक मंडली के सदस्य में महाविद्यालय के प्रोफेसर नीलम कुजूर, प्रोफेसर महादेव चंद्र यादव, डॉक्टर जी एस गिरी, डॉक्टर मालती माझी एवं डॉक्टर वीरेंद्र सिंह उपस्थित रहे। इन सभी मंडली के सदस्यों द्वारा छात्र – छात्राओं के किए हुए कार्यों की सराहना की गई एवं उन्हें प्रथम,द्वितीय और तृतीय स्थान भी दिलाया गया।वही महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य प्रोफेसर कौशल के द्वारा छात्र-छात्राओं को यह संदेश दिया गया कि इसी प्रकार हम अपने घर में पड़ी हुई बेकार वस्तुओं का इस्तेमाल करके उसे फिर से उपयोगी बना सकते हैं।और में हमारे जीवन में भी परिस्थितियों जो बेकार अर्थात विपरीत आती है परंतु उन विपरीत परिस्थितियों को भी हम साकार रूप दे सकते हैं, और सकारात्मक बना सकते हैं। इस प्रकार इस प्रदर्शनी के माध्यम से प्रोफेसर कौशल ने छात्र-छात्राओं को जीवन का मूल मंत्र भी सिखा दिए।कार्यक्रम पदाधिकारी के निर्देशन में छात्र-छात्राओं के द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें प्रथम स्थान पाने वाली है भागूमती, द्वितीय स्थान मधु और तृतीय स्थान गणेश एवं मुन्ना मंडल को संयुक्त कार्य के लिए दिया गया।
