रामावतार स्वर्णकार
इचाक :प्रखंड के पुराना इचाक पंचायत में अबूवा आवास में धांधली और अवैध वसूली का मामला थम नहीं रहा। इस संबन्ध में पंचायत के उरुका , लोंहड़ी, जलौन्ध, तेतरिया, दर्जी मोहल्ला गांव के दर्जनों ग्रामीणों ने बीडीओ सन्तोष कुमार को एक आवेदन देकर मामले से अवगत कराया है। आवेदन में लिखा है कि पुराना इचाक पंचायत के गांव में कई ऐसे लोग हैं जो वर्षो पुराने जर्जर कच्चे मकान में रहने को बेबस हैं। भारी बारिश में कई गरीब का घर भी गिर गया है। तो वहीं बारिश का पानी घर में घुस जाने से पूरा परिवार रात भर जागकर समय बिताता है। ताकि बारिश में कोई बड़ी अनहोनी न हो जाय। ऐसे लोग अबुवा आवास के लिए कई बार पंचायत प्रतिनिधि से पदाधिकारी तक गुहार लगाया। लेकिन उन्हें आवास का लाभ नहीं मिल रहा।
सरकार द्वारा ज़ारी गाइडलाइन के तहत ग्रामसभा करके योग्य लाभुक को अबुवा आवास देने का प्रावधान है। लेकिन ग्राम सभा दिखावे के लिए होता है और कुछ खास और अयोग्य लोगो को योजना का लाभ दिया जा रहा है। जिसमें पदाधिकारियों की मिलीभगत से इनकार नहीं किया जा सकता। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि पुराना इचाक पंचायत की बीएफटी नीतू कुमारी अन ऑफिशियल समय में सुबह के 08 बजे ही पंचायत के किसी गांव में जाकर अवैध वसूली करने लग जाती है। वह लाभुक से 1500 रुपए, किसी से 2000, तो किसी से 5000 रुपए से लेकर 20000 रुपए तक अवैध वसूली करती है। जो जांच का विषय है।
क्या कहते हैं पंचायत समिति सदस्या प्रतिनिधि ?
पंसस प्रतिनिधि रणजीत कुमार ने कहा कि पंचायत में ग्रामसभा सिर्फ दिखावा है। अंदर से कुछ खास और चहेते लोगो का नाम अंकित किया जाता है। और बीएफटी नीतू कुमारी अन ऑफिशियल समय में किसी गांव में जाकर वसुली करती है। जो जांच का विषय है और इस बीएफटी को अविलंब हटाया जाए।
क्या कहते हैं मुखिया
पुराना इचाक पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि रविशंकर उर्फ भोला ने कहा कि बीएफटी पर लगा आरोप बेबुनियाद और निराधार है। पंसस प्रतिनिधि स्वयं परिवारवाद से ग्रसित हैं। वह स्वयं प्रतिनिधि हैं लेकिन पंचायत के जरूरतमंदों से उनका कोई वास्ता नहीं। सभी अबुआ आवास योजना का लाभ स्वयं तथा अपने परिवारजनों को दिलाना चाहते हैं। उनकी मंशा को हमने पुरा नहीं होने दिया। इसलिए मुखिया और बीएफटी नीतू कुमारी पर कोरा इल्जाम लगा रहे हैं। पंचायत को मिले 70 में से 47 आबुआ आवास अकेले जलौंध के ग्रामीणों को मिला है।
क्या कहते हैं प्रमुख?
प्रमुख पार्वती देवी ने कहा कि मामला की शिकायत बिना ग्राम सभा के, बिना पंचायत समिति सदस्य और वार्ड सदस्य के सहमति से अगर लाभुकों का चयन किया जाता है तो यह भी जांच का विषय है और पकड़े जाने पर संबंधित पदाधिकारी के ऊपर कारवाई किया जायेगा।
क्या कहते हैं बीडीओ
बीडीओ सन्तोष कुमार ने बताया कि मामला मेरे संज्ञान में आया है।पंचायत सचिव को आदेश देते हुए आवेदनकर्ता के घर जाकर जांच पड़ताल करते हुऐ तथा ग्राम सभा आयोजित करवाकर योग्य लाभुकों को अबुवा आवास योजना का लाभ दिया जायगा। अगर कोई इस योजना के नाम पर अवैध वसूली कर रहा है तो जांच पड़ताल करते हुए उचित कार्रवाई की जायगी।