निशिकांत मिस्त्री

जामताड़ा । बारिश और भूस्खलन के कारण सिक्किम घूमने गए एक ही परिवार के सात सदस्य तीन दिनों से फंसे हुए हैं। हालांकि वे सभी सुरक्षित हैं, उन्हें वहां से बाहर निकालने के लिए सिक्किम सरकार ने सभी विभागों को अलर्ट कर दिया है। मिहिजाम से 10 जून को राजू प्रसाद, मीरा देवी, भास्कर प्रसाद, भूमि प्रसाद, साक्षी प्रसाद, रितिक प्रसाद सिंह, कृष्णा प्रसाद सिक्किम जाने के लिए कानगोई से निकले थे। इस संबंध में राजू के पिता बैजनाथ प्रसाद ने बताया कि उन्हें 17 जून को लौटना था। लेकिन वे लौटने के क्रम में ही फंस गए हैं। सभी लोगों को पास के ही एक गुरुद्वारे के सेल्टर स्थान दिया गया है। दूसरी और सिक्किम सरकार ने एडवाइजरी जारी कर कहा है कि ग्राउंड रिपोर्ट के अनुसार लगभग 1200 भारतीय और 15 विदेशी
पर्यटक (थाईलैंडः 02, नेपालः 03, बांग्लादेशः 10) भारी बारिश और भूस्खलन के कारण सड़क अवरोधों के कारण मंगन जिले के लार्चुग में फंसे हुए हैं।

फंसे हुए सभी पर्यटक सुरक्षित और स्वस्थ हैं। स्थानीय अधिकारियों ने सभी फंसे हुए पर्यटकों से अनुरोध किया है कि वे अपने ठहरने के स्थान पर ही रहें और कोई भी जोखिम न लें। सभी फंसे हुए पर्यटकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए खाद्य आपूर्ति और राशन का पर्याप्त स्टॉक है। सिक्किम सरकार के मुख्य सचिव के कार्यालय
ने सभी पर्यटकों को साफ मौसम की स्थिति में हवाई मार्ग से निकालने के लिए भारत सरकार के संबंधित मंत्रालय के साथ बातचीत शुरू कर दी है। वैकल्पिक रूप से यदि आवश्यक हो तो पर्यटकों को सड़क मार्ग से भी निकाला जाएगा। सिक्किम सरकार का पर्यटन और नागरिक उड्डुयन विभाग पर्यटकों को सुरक्षित निकालने के लिए संबंधित जिला प्रशासन, पुलिस विभाग और मंगन जिले के पर्यटन अधिकारी के साथ-साथ स्थानीय पर्यटन हितधारकों के साथ मिलकर काम कर रहा है। विभाग ने प्राकृतिक आपदा के कारण संकट की इस अवधि के दौरान फंसे हुए पर्यटकों को हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है। यह भी स्पष्ट किया जाता है कि केवल लाचुंग ही राज्य से कटा हुआ है. सिक्किम के बाकी सभी हिस्से खुले हैं और यात्रा के लिए सुरक्षित हैं।

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