झरिया । बीसीसीएल लोदना के बरारी कोलियरी के छह नंबर बंद खदान के समीप शनिवार कि सुबह में आउटसोर्सिंग परियोजना कि ओबी डंप में ओबी को डोजरींग करने के दौरान पत्थरों के मलबा के चपेट में आने से रामदेव पासवान नामक खूंटा मिस्त्री गंभीर रूप से घायल हो गया है । घायल स्थिति में कर्मी को एंबुलेंस के अभाव में खदान के सह कर्मियों द्वारा तत्काल मोटरसाइकिल में बिठाकर जियलगोरा अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया । घटना के विरोध में मौके पर पहुंचे बड़ी संख्या में संयुक्त मोर्चा समर्थकों ने खदान पर तीनों शिफ्ट में एंबुलेंस कि व्यवस्था करने तथा आउटसोर्सिंग परियोजना से रचनात्मक सुरक्षा कि मांग को लेकर आउटसोर्सिंग परियोजना साइड पर तथा घटनास्थल पर विरोध प्रदर्शन कर काम को बंद करा दिया। घटना कि सूचना पाकर जोड़ापोखर थाना के पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी राजेश प्रकाश सिन्हा ने घटनास्थल का निरीक्षण कर अस्पताल में घायल रामदेव का हालचाल जाना।
मोर्चा के नेता मल्लू सिंह ,सबूर गोराई ,सलाउद्दीन अंसारी , सुदर्शन प्रसाद ,मनोहर सिंह ,सतेंद्र गुप्ता ,कृष्णा पासवान आदि के नेतृत्व में आंदोलनकारियों से कोलियरी प्रबंधक एस सील ,सुरक्षा पदाधिकारी डीके मीणा ,आउटसोर्सिंग जीएम श्रीनाथ रेड्डी ने वार्ता कर घटना कि जांच कराने ,एंबुलेंस कि व्यवस्था कराने तथा खदान के समीप रास्ता के बगल में ओबी डंपिंग कार्य को बंद कराने का दिए गए आश्वासन के बाद मोर्चा समर्थकों ने चार घंटा तक चली आंदोलन को समाप्त कर दिया । नेताओं ने प्रबंधन पर आरोप लगाया कि अस्पताल में तीन एंबुलेंस है जिसमें दो एंबुलेंस भाड़े पर है लेकिन प्रबंधन कि सह पर बिना ड्राइवर के भाड़े कि एंबुलेंस अस्पताल कि शोभा बढ़ा रहा है इसकी भी जांच कि मांग किया गया । घटना के बारे में नेताओं ने बताया कि रामदेव पासवान कोलियरी कर्मी कार्यालय से हाजरी बनाकर छह नंबर खदान के कार्यस्थल पर अपनी बाइक से आ रहा था। इस दौरान पीट पर आने वाली सड़क के बगल में आउटसोर्सिंग परियोजना कि ओबी डंप में गिरे ओबी का डोजरींगस किया जा रहा था। डोजरींग के क्रम में पत्थर युक्त मलबा लुढ़ककर सड़क कि ओर आने से उसके चपेट में आकर रामदेव घायल हो गया है। घायल रामदेव कि हालत गंभीर बनी हुई है। उसकी कंपनी के अनुसार मात्र दो माह नौकरी शेष रह गया है।