कतरास । कतरास चैतुडीह पैच बी में पड़ने वाले जमीन और विस्थापन मामले को लेकर महाप्रबंधक कतरास क्षेत्र एम एस दूत ने लकड़का बस्ती के ग्रामीणों की बैठक हुई।जिसमें मुख्य रूप से झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री जलेश्वर महतो मौजूद रहें।श्री महतो ने ग्रामीणों की ओर से महाप्रबंधक को विभिन्न समस्याओं से अवगत करवाया।उन्होंने बताया कि लकड़का बस्ती के ग्रामीण पुनर्वास और विस्थापन के लिए सीएस पॉलिसी के तहत तैयार हैं।लेकिन,अभी तक इस पर बीसीसीएल के द्वारा कोई पहल नहीं किया गया हैं।इस पर ग्रामीणों द्वारा मांग किया गया कि पुनर्वास और विस्थापन के साथ – साथ सीएस पॉलिसी के तहत जमीन का भुगतान किया जाए।एजीकेसीसी के द्वारा रैयतों की बिना सहमति के जमीन का कटाव किया गया हैं।
जिसका भुगतान अतिशीघ्र किया जाए।जिन रैयतों का मामला न्यायालय में चल रहा हैं,उसका निपटारा अतिशीघ्र हो।पूर्व में तत्कालीन जीएम संग वार्ता हुई थी कि रैयतों की समस्याओं को सुलझाने के पश्चात ही जमीन का कटाव किया जाएगा व पूर्ण सुविधाओं के साथ विस्थापन की प्रक्रिया की जायेगी।लेकिन,आज तक इस पर भी कोई पहल नहीं हुई हैं।साथ ही जो घर ब्लास्टिंग के कारण क्षतिग्रस्त हुए हैं।उसकी मरम्मती हो।जिस पर लगभग मांगों को जीएम ने आश्वस्त किया और सहमति जताई कि यथासंभव कार्रवाई किया जाएगा।मौके पर परियोजना पदाधिकारी मोहन मुरारी,भू संपदा विभाग से सहजानंद,गोविंद,रेवेन्यू इंस्पेक्टर संतोष सिन्हा, महादेव महतो,नरेश रवानी,सीताराम रजवार,कलीम अंसारी,मजहर अली,हरी कुम्हार,दक्षिणेश्वर कुम्हार,महादेव कुम्हार,शंकर चंद्र रजवार,अनवर हुसैन,राजू कुम्हार,रोबिन पाल, मतालचंद्र कुम्हार,अनवर हुसैन, सहाबुद्दीन अंसारी सहित अन्य मौजूद रहें।
