धनबाद । कोयलांचल में वट सावित्री पूजन को लेकर को धनबाद के विभिन्न क्षेत्रों में मंदिरों में सोमवार सुबह से ही सुहगिनों की भीड़ दिख रही है। आज का दिन सुहगिनों के लिये विशेष है। पति की लम्बी उम्र के लिये निर्जला व्रत रख कर सावित्री, सत्यवान, यमराज के साथ वट वृक्ष की पूजा कर रही हैं। शहर के झरिया 4 नम्बर काली मंदिर, कोयला नगर, हीरापुर, स्टील गेट , बरमसिया, वाच एंड वार्ड कॉलोनी, पुराना बाजार डीएवी स्कूल समेत अन्य जगहों के शनि मंदिरों में पूजा-पाठ का आयोजन किया गया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने शनि देव के मंदिरों में दीया जलाए। भोग लगाकर काला वस्त्र भी दान किया।
कोयलांचल में सोमवती अमावस्या पर सुहागिनें सोमवार को वट वृक्ष की पूजा कर रही है। वही अखंड सौभाग्य के लिए उपवास रखकर वटवृक्ष पर रक्षासूत्र बांधे जा रहे है। पंचांग के अनुसार दोपहर तीन बजे से पूर्व ही वट सावित्री की पूजा कर लेनी होगी, क्योंकि सोमवार को दोपहर 2.39 ही अमावस्या की तिथि समाप्त हो जाएगी।
हालांकि कुछ लोगों ने रविवार को ही वट सावित्री की पूजा की और अखंड सौभाग्य की कामना की। दरअसल वट सावित्री का व्रत जेष्ठ मास कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मनाई जाती है। इस वर्ष अमावस्या तिथि का प्रवेश शनिवार की दोपहर 2.15 बजे ही प्रवेश कर गया। इसलिए कई लोगों ने शनिवार को ही व्रत रखा। वट सावित्री व्रत पर महिलाएं वट वृक्ष के पत्तों को अपने बालों पर सजाती हैं।