धनबाद । शहर के धनसार थाना क्षेत्र में एक तालाब रहस्यमयी बनता जा रहा है। क्योंकि प्रत्येक वर्ष उक्त तालाब में डूब कर मौत होने की घटनाएं होती रही है। लोगों का कहना है कि तालाब में डूबे लोग दोबारा वहीं से ऊपर निकलते हैं… जहां पर वह डूबा था। वही एक तथ्य यह भी है कि पूर्व में जिन लोगों की मौत उक्त तालाब में डूबकर हुई है। उनके पेट से पानी नहीं निकला। सामान्यता नदी-तालाब में डूब कर मौत होने वाले के पेट में अत्यधिक पानी चला जाना एक वजह माना जाता है। अब तक पिछले कुछ वर्षों में इस तालाब में 40 से 45 लोगों की जानें जा चुकी है। ऐसी ही एक घटना मंगलवार की सुबह 10 बजे घटी… जब धनसार के नई दिल्ली स्थित कॉलोनी निवासी सोनू कुमार (28 वर्ष) उस तालाब पर नहाने पहुंचा। उसने तालाब के किनारे बाल्टी, गंजी-गमछा, साबुन, चप्पल को रख दिया। जिसके बाद देखते ही देखते सोनू कुमार नामक युवक गायब हो गया।
स्थानीय लोग आशंका जता रहे हैं कि संभवत तालाब में नहाने पहुंचा सोनू पानी में डूब गया हो। काफी देर तक घर नहीं पहुंचने पर परिजनों ने सोनू की खोजबीन शुरू की तो उपरोक्त सामान तालाब के पास पाया गया। जिसके बाद परिजन थाना पहुंचे और वहां सोनू के गुमशुदगी के बावत रिपोर्ट कराई। लेकिन 24 घंटे गुजर जाने के बाद भी जिला प्रशासन ने किसी तरह का कोई प्रयास या कार्रवाई नहीं की। जिससे परिजन और स्थानीय लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है।
वही सोनू के तालाब में डूबने की आशंका से ग्रसित परिजन और स्थानीय लोग मंगलवार से ही तालाब के किनारे डेरा डाले हुए है। घटना से आहत सोनू कुमार के पिता, बहन, पत्नी और परिवार के सदस्यों पर दुखों का पहाड़ टूट चुका है। वह लोग सोनू को खोजे जाने की गुहार लगाते दिखे।मामले की जानकारी होने पर धनसार के पूर्व पार्षद अमरेंद्र सिंह उर्फ गुड्डू ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर उन्हें हर संभव सहायता दिलाने का भरोसा दिया। इसी क्रम में पूर्व पार्षद ने धनबाद एसडीएम से बात कर NDRF टीम को भेजे जाने की मांग की। जिसके जवाब में एसडीएम ने आश्वासन दिया कि मुनीडीह से तैराकों की एक्सपर्ट टीम को तालाब के उक्त स्थान पर भेजा जाएगा। जहां टीम तालाब में सोनू की खोजबीन करेगा। परंतु बुधवार को खबर लिखे जाने तक जिला प्रशासन की कोई भी मदद या टीम घटनास्थल पर नहीं पहुंची है। आपको बता दें कि 12:00 बजे पुटकी मूनीडीह एनडीआरएफ की टीम बुलाई गई थी परंतु मुनीडीह की टीम को शव नहीं मिला । जिसके बाद 2:00 देवघर एनडीआरएफ को मामले की जानकारी दी गई है। जिसके बाद उनकी टीम धनबाद आने के लिए देवघर से रवाना हो चुकी है।
