निशिकांत मिस्त्री
जामताड़ा । वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार अन्तर्गत विकास आयुक्त हस्तशिल्प कार्यालय देवघर द्वारा पीएमश्री जवाहर नवोदय विद्यालय, जामताड़ा में तीन दिवसीय शिल्प प्रदर्शन एवं जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। प्रथम दिवस आयोजन का उद्घाटन मुख्य अतिथि प्राचार्या डॉ प्रीति कुमारी श्रीवास्तव द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए प्राचार्या प्रीति कुमारी ने कहा कि हस्तशिल्प संस्कृति की पहचान है और ऐसे कार्यक्रम के आयोजन से निश्चित ही बच्चों के बीच झारखंड के सभ्यता और संस्कृति के प्रति रुझान बढ़ेगा। आधुनिकीकरण के दौर में भी हस्तशिल्प एवं हथकरघा के उत्पादों के प्रति बढ़ते रुझान से पता चलता है कि संस्कृति हमारी जीवन का अभिन्न अंग है। नई शिक्षा नीति के अंतर्गत हस्तशिल्प की विधा को शामिल करना है ताकि बच्चों में क्षेत्रीय हस्तशिल्प एवम अन्य संस्कृति गतिविधि की जानकारी मिल सके। निश्चित ही यह तीन दिवसीय जागरुकता कार्यक्रम बच्चों के लिए लाभदायक सिद्ध होगा और अपने उद्देश्य में सफल होगा। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम विद्यालय में प्रति वर्ष आयोजित किए जाने चाहिए ताकि हमारे बच्चें में कला और संस्कृति कि सही समझ हो सके। साथ ही, प्रशिक्षण अधिकारी रवि जन रौशन ने बताया कि शिल्प जागरूकता कार्यक्रम का उद्देश्य है कि विद्यालय में अध्ययनरत वर्ग 6 से 12 तक के सभी छात्र छात्रा झारखण्ड के चार हस्तशिल्प यथा बांस शिल्प, मांदर, जादोपटीया लोकचित्रकला, और डॉल एवं टॉयज के हस्तशिल्पियों द्वारा बारीकी को समझे एवं भारत के समृद्ध हस्तशिल्प विरासत के प्रति जागरूक हो।
मौके पर 200 से अधिक बच्चों संग प्रशिक्षण अधिकारी रवि जन रौशन, लिपिक रवि रौशन, शिक्षकगण जितेंद्र पांडे, रूमा मुखर्जी, ओंकारनाथ राय, सुरेंद्र कुमार सिंह, सबिता कुमारी, गोवर्धन मंडल एवं अन्य मौजूद रहे।
