धनबाद । नालसा के निर्देश पर धनबाद कोर्ट परिसर में शनिवार को इस साल की पहली राष्ट्रीय लोक अदालत लगी । लोक अदालत का उद्घाटन धनबाद के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह डालसा के अध्यक्ष राम शर्मा ने किया । लोक अदालत में 85 हजार 803 वादों का निबटारा सुलह के आधार पर किया गया । कुल एक अरब 10 करोड 31 लाख 53405 रुपए पए की रिकॉर्ड रिकवरी भी की गई । इस मौके पर डालसा अध्यक्ष राम शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत संविधान की परिकल्पना को पूरो करने की दिशा में एक कदम है । नवंबर 2013 से पूरे देश में नेशनल लोक अदालत का आयोजन हर तीन माह पर किया जा रहा है । हमारा संविधान लोगों को सामाजिक, आर्थिक व सस्ता न्याय दिलाने की गारंटी देता है ।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश कुलदीप ने कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत आम आदमी के हित में लगाई जाती हैं । बिना प्रशासनिक सहयोग के हम समाज तक न्याय नहीं पहुंचा सकते । मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी आरती माला ने कहा कि लोक अदालत के सहारे महीनों कोर्ट का चक्कर लगाने और पैसे की बर्बादी से बचा जा सकता है । लोगों में प्रेम, शांति, समृद्धि और समरसता बनी रहे यही लोक अदालत का मुख्य
उद्देश्य है । अवर न्यायाधीश सह डालसा की सचिव निताशा बारला ने भी विचार व्यक्त किए । 15 बेंच गठित कर हुई मामलों सुनवाई लोक आदालत में मुकदमों के निबटारे के लिए 15 बेंच का गठन किया गया था । मामलों का निबटारा सुलह के आधार पर किया गया । अवर न्यायाधीश सह डालसा की सचिव निताशा बारला व मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी आरती माला ने बताया कि लोक अदालत में शुरू के केवल दो घंटे मे ही 19960 वादों का निबटारा कर दिया गया. इसके बाद निष्पादन की गति और तेज हुई और शाम 4 बजे तक 85803 वादों का निबटारा कर दिया गया । वहीं कुल एक अरब 10 करोड 31 लाख 53 हजार 405 रुपए की रिकवरी की गई है । बैंक लोन रिकवरी के 416, मोटरयान दुर्घटना के 34, बिजली एक्ट से संबंधित 474, एनआई एक्ट के 220, दीवानी के 62, आपराधिक मुकदमे 389 व अन्य विभिन्न तरह के 80 753 वादों का निबटारा किया गया ।
