झरिया । सोमवार को झरिया थाना क्षेत्र के सिंह नगर मे हाइवा के चपेट मे आकर घायल हुए प्रदीप उर्फ भोमा भुईया की मौत बुधवार को इलाज के दौरान रिम्स रांची मे हो गया।पोस्टमार्टम के बाद उसका शव सिंहनगर उसका आवास लाया गया।उसके शव से लिपट कर उसकी पत्नी और उसके बच्चों का रो रोकर बुरा हाल है।वहीं स्थानीय लोगों मे जनप्रतिनिधि, स्थानीय नेता और पुलिस के प्रति आक्रोश है।इनलोगों का कहना है कि पुलिस और कुछ नेता ट्रांसपोर्टर से पैसा लेकर उसे बचा जा रहे है।जबकि इस गरीब परिवार के प्रति संवेदना नहीं है।स्थानीय लोगों ने पुलिस को जिस हाइवा से धक्का मारा गया उसका नंबर भी बता रहे हैं बावजूद इसके पुलिस हाइवा मालिक, चालक व ट्रांसपोर्टर के खिलाफ कारवाई नहीं कर रही है। वहीं मृतक की पत्नी का रो रोकर यही कह रही है कि अब इन पांच बच्चों का परवरिश कैसे होगा।कौन देखेगा इसे।इस मार्मिक दृश्य को देखते हुए भी किसी नेता व जनप्रतिनिधियों का दिल नहीं पसीजा।वहीं एक व्यक्ति ने नाम न छापने के शर्त पर कहा कि यहां के लोगों को झरिया पुलिस सड़क जाम न करने की बात कह डरा रही।पुलिस केस करने की बात कह डरा रहा है।जिसके चलते कोई भी शव के साथ जाम करने मे हिचकते रहे।बता दे कि सोमवार की रात एक हाइवा ने भोमा को धक्का मारकर फरार हो गया था।वहीं इलाज को लेकर स्थानीय लोगों ने सिंहनगर मे सड़क जाम किया था।झरिया पुलिस ने बेहतर इलाज करवाने का आश्वासन देकर जाम हटवाया था।लेकिन भोमा के इलाज के लिए ना तो पुलिस ना ही कोई जनप्रतिनिधि आगे आया।एक समाजसेवी ने मंगलवार को दस हजार रुपये मदद कर इलाज के लिए रिम्स भेजवाया था।वहीं लोगों का कहना है कि केवल यहां राजनीति होती है।जनता का भलाई करने वाला कोई नहीं है।यहां गरीब आदमी की जान की किमत नहीं है।हालांकि हाइवा एशोसिएशन के लोगों ने फिलहाल अंतिम संस्कार के लिए मृतक के परिवार को दस हजार रूपए दिया है।शव का अंतिम संस्कार मोहलबनी मे कराया जाएगा।
मृतक के परिवार के साथ संवेदना है।परिवार के लोग जो भी लिखित देंगे।उसपर विधिवत कानूनी कारवाई की जाएगी।संतोष कुमार सिंह, इंस्पेक्टर, झरिया थाना