धनबाद । रविवार को गांधीनगर इलाका में सामाजिक संस्था इंस्टीट्यूशन फॉर नेशनल एमिटी की ओर से चित्रकला प्रतियोगिता ओर रैली का आयोजन किया गया । काफी संख्या में 12 -25 साल के बच्चें ने भाग लिया। विषय था – जनसंख्या वृद्धि (जनसंख्या के भारत नंबर 1,) के प्रदूषण और गरीबी नियंत्रण। बच्चें ने आपने आपने हाथो से बहुत आकर्षक चित्रकला बनाएं जो 22 July को प्रदर्शित किया जाए गा। प्रोतियागिता के बाद एक रैली निकाला गया , बच्चे हाथ में प्लेकार्ड ले कर पूरा गांधी नगर , शक्ति मंदिर इलाका घुमा और जनसंख्या नियंत्रण के अपील किए।
संस्था के संस्थापक पिनाकी राय ने कहा कि ” संयुक्त राष्ट्र (UN) की रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में हमारा देश (भारत) 142+ करोड़ के साथ दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन गया। हमलोग को मानव संपदा में भी नंबर वन बनाना पड़ेगा”
भारत के पास कम आबादी होनी चाहिए, इसलिए, विश्व जनसंख्या दिवस (11 जुलाई) के अवसर पर नई पीढ़ी के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए, झरिया के एक सामाजिक संगठन, इंस्टीट्यूशन फॉर नेशनल एमिटी (आईएनए) ने 9 जुलाई 2023 को ललित कला केंद्र, (नटराज टॉवर के पास) गांधी रोड, धनबाद में चौथी ‘कला के माध्यम से जागरूकता’ और रैली का आयोजन किया है। झरिया, धनबाद, केंदुआ से लगभग 70 बच्चे ने भाग लिए। रैली में आवाज उठा कि ” क्या कहते भारत माता – अब तो, जनसंखा कम करो” जनसंखा घटाओ, भारत बचाओ”
” अधिक जनसंखा विकाश नही विनाश लाती है” आदि।
प्रधान अतिथि बीसीसीएल के पूर्व सीएमएस डॉक्टर डी के झा, अन्य अतिथि मे डीएवी, पुटकी के कला शिक्षक संजय जायसवाल, माउंट कार्मेल, डिगवाडीह के शिक्षिका श्री मति हर्षा चुग , ललित कला केंद्र के संजय पंडित, कोलफील्ड चिल्ड्रन क्लासेज के मौसमी राय थे । सभी में बच्चें को हौसला बढ़ाया, कहा कि देश के लिए इतना बड़ा जनसंखा अहंकार नही, चुनौती हैं।
झरिया के संजना कुमारी , दीपशिखा कुमारी , प्रिंस कुमार, कारण सोलंकी, सुमित सिंह, बिन्नी भाटिया सोनू कुमार,लक्ष्मी कुमारी, स्वर्णिम दे धनबाद से निधि गोंड, मधुश्री मंडल, सौरभ प्रसाद, सुप्रीति संन्याल, अपूर्वा अग्रवाल, स्मृति कुमारी , तियाश भट्टाचार्य, हिमांशु पंडित, मोहित विश्वकर्मा, राघबंद्र सिंह, केंदुआ से सुमन कुमारी, प्रेम कुमार, अंजली कुमारी, नीलम कुमारी, राधिका कुमारी, सोनी कुमारी, संध्या कुमारी आदि ने भाग लेकर खुश देख रहे थे। संचालन इंस्टीट्यूशन फॉर नेशनल एमिटी के पिनाकी राय और ललित कला केंद्र के संजय पंडित ने किया।
