निशिकांत मिस्त्री

जामताड़ा । साइबर अपराध पर पुलिस नकेल कसने को लेकर साइबर अपराध क्षेत्रों में लगातार दबिश बनाये हुवे हैं, वहीं साइबर अपराधियों का मनोबल भी बढ़ते जा रहा है। साइबर अपराध करने की जुगत में नए नए तरीके का इस्तेमाल कर रहे हैं। साइबर अपराधी अब यू ट्यूब के किसी वीडियो को डाउनलोड करते हैं और फिर उस वीडियो का का स्क्रीन सॉर्ट को शेयर कर लोगों को अपना शिकार कर रहे हैं। इसी कड़ी में जामताड़ा पुलिस अधीक्षक डॉक्टर एहतेशाम वकारीब को गुप्त सूचना मिली कि नारायणपुर थानान्तर्गत ग्राम भेलाटॉड एवं करमाटॉड थानान्तर्गत ग्राम लोहरबंधा में साइबर अपराधी लोगों से ठगी कर रहे हैं। सूचना मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक ने पुलिस उपाधीक्षक (साईबर अपराध) के नेतृत्व में पु०नि०-सह-थाना प्रभारी, अब्दुल रहमान, साईबर अपराध थाना, जामताड़ा एवं अन्य पुलिसकर्मी को शामिल करते हुए टीम गठित कर उक्त दोनों स्थानों में छापेमारी करवाई जिसमें चार साइबर अपराधियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।

आज साइबर अपराध थाना में इंस्पेक्टर अब्दुल रहमान ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर नारायणपुर थाना क्षेत्र के भेलाटॉड एवं करमाटॉड थाना क्षेत्र के लोहरबंधा में साइबर अपराधियों के विरूद्ध कार्यवाही की गई जिसमें चार साइबर अपराधियों को को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार (1) बैधनाथ दास, उम्र 29 वर्ष, पिता सुवास दास, (2) गोरांग दास, उम्र 21 वर्ष, पिता परम दास दोनों ग्राम भेलाटाँड, थाना नारायणपुर, (3) मो० जाफर अंसारी, उम्र 31 वर्ष, (4) मो० बाबर अंसारी, उम्र 23 वर्ष दोनों पिता भकरू मियाँ, ग्राम लोहरबंधा, थाना करमाटॉड़ सभी जिला जामताड़ा को फर्जी मोबाईल, सिम, ए०टी०एम० कार्ड, पासबुक, आधार कार्ड, पैन कार्ड के साथ पकड़ा गया। इस संबंध में इनके विरूद्ध जामताड़ा साईबर अपराध थाना कांड सख्या 56/24 दिनांक 19.09.2024 धारा 111(2) (ii) /317(2)/318(4)/319(2)/336(3)/338/ 340(2)/3(5) Β.Ν.Σ 2023 & 66(B) (C) (D) IT.ACT. के अंतर्गत कांड दर्ज किया गया है। गिरफ्तार अभियुक्तों को जेल भेजा जा रहा है।।इनलोगों के पास से 12 मोबाईल, 14 सिमकार्ड, एक ए०टी०एम० कार्ड, 4 पासबुक, 4 आधार कार्ड, एक पैन कार्ड बरामद हुआ है। इनलोगों का अपराध शैली फर्जी बैंक अधिकारी बनकर लोगों को फोन करके ठगी करना, इसके साथ ही यू ट्यूब में जाकर कस्टमर केयर का विडियो प्ले कर उसी विडियो को स्क्रीन रिकॉर्डिंग करके लोगों के मोबाईल में भेजते थे उसी दौरान लोगों का कॉल आता था फिर कॉल में बात करके सोलह अंक का ए टी एम कार्ड नंबर., सी वी वी नंबर प्राप्त कर विभिन्न ई वॉलेट एवं फर्जी बैंक खातों के माध्यम से अपने खातों में रुपय ट्रांसफर करते हैं तथा साईबर ठगी करते हैं।

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