चाचा पर भारी पड़ रहा भतीजा
रामावतार स्वर्णकार
इचाक । विधानसभा चुनाव 2024 का परिणाम सबके सामने है। इस चुनाव में बरकट्ठा विधानसभा से एक बार फिर चाचा भतीजा लोगों के बीच केंद्रित रहे। तमाम विपक्षी उम्मीदवारों ने अपने प्रचार अभियान में भी चाचा भतीजा पर जमकर हमला बोला था। लेकिन चुनाव परिणाम ने एक बार फिर सबको हैरत में डाल दिया। भारतीय जनता पार्टी से उम्मीदवार अमित कुमार यादव ने एक बार फिर अपने चाचा जानकी प्रसाद यादव को हराकर बरकट्ठा विधानसभा से तीन बार विधायक बनने वाले पहले नेता बन गए हैं। उन्होंने 81513 (32.29%)वोट लाकर अपने निकटतम प्रतिद्वंदी और अपने चाचा जानकी प्रसाद यादव को 3750 वोटों से शिकस्त दिया। हालांकि हाल ही में भाजपा छोड़ झारखंड मुक्ति मोर्चा का दामन थामे जानकी प्रसाद यादव ने भाजपा के अमित कुमार यादव को कड़ी टक्कर दी । उन्होंने 21 राउंड तक अपनी बढ़त बनाए रखा। लेकिन अंतिम दो राउंड में भाजपा को बढ़त मिल गई। और चाचा जीती हुई बाजी हार गए।
बरकट्ठा विधानसभा में वर्ष 2009 से चाचा भतीजा के दांव पेंच का खेल जारी है। वर्ष 2009 में चुनाव के वक्त ही भाजपा से उम्मीदवार चितरंजन यादव को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। तब उनके बेटे अमित कुमार यादव चुनाव मैदान में आए और बरकट्ठा की जनता ने उन्हें हाथों हाथ लिया। उनकी उम्र काफी कम थी। राजनीति का कोई तजुर्बा नहीं था। पिता के आकस्मिक निधन से हतोत्साहित थे। लेकिन जनता की सहानुभूति मिली और वे चुनाव जीत गए। उन्हें 39485( 27.79%) वोट मिले। उस वक्त उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी और अपने चाचा जेवीएम से चुनाव लड़ रहे जानकी प्रसाद यादव को 9368 वोटों से हराकर पहली बार विधायक बने थे। चाचा जानकी प्रसाद यादव ने अपनी हार का बदला 2014 के चुनाव में लिया। उन्होंने जेवीएम से ही चुनाव लड़ते हुए 63336 (32.53%) वोट हासिल किया। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी और अपने भतीजा बीजेपी के अमित कुमार यादव को 8207 वोटों से हराकर अपने विधायक बनने का सपना साकार किया। लेकिन चुनाव जीतने के बाद ही वे जेवीएम छोड़ भाजपा में शामिल हो गए। वर्ष 2019 के चुनाव में निर्दलीय अमित कुमार यादव ने बड़े दमखम से चुनाव लड़ा और भाजपा उम्मीदवार और अपने चाचा जानकी प्रसाद यादव को एक बार फिर 24812 वोटों के बड़े अंतर से हराकर बरकट्ठा विधानसभा का सत्ता अपने नाम कर लिया। उस चुनाव में अमित कुमार यादव को 72572 (34.29%) वोट मिले थे, जबकि भाजपा के जानकी प्रसाद यादव को 47760 वोट मिले थे। अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या आनेवाले विधानसभा चुनावों में भी चाचा भतीजा का खेल बदस्तूर जारी रहेगा या बरकट्ठा विधानसभा के मुकद्दर का सिकंदर कोई और बनेगा।