धनबाद । रेलवे के ठेकेदारी सिंडिकेट में शामिल नहीं होने का परिणाम जान देकर चुकाना पड़ा। यह कहना है धनबाद के पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार का। उन्होंने बुधवार को अपने कार्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए बताया कि 2 अप्रैल को जोरापोखर थाना क्षेत्र के भागा रेलवे फाटक के समीप बबलू सिंह नामक ठेकेदार की गोली मारकर हत्या मामले में आद्रा डिवीजन के रेलवे ठेकेदारो के सिंडिकेट में बबलू सिंह शामिल नहीं था। जिसके वजह से रेलवे में टेंडर डालने के दौरान वह हमेशा कम रेट पर टेंडर डाला करता था।
जिससे सिंडिकेट के ठेकेदारों को काफी परेशानी महसूस होती थी। इसी वजह से बबलू सिंह नामक ठेकेदार की गोली मारकर हत्या कराई गई। जिसमें 3 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। उनके पास से दो गोली लोडेड एक 9mm पिस्टल, एक गोली लोडेड 7.65 का पिस्टल, पॉइंट 22 का एक देसी कट्टा, 2 जिंदा गोली, 3 मोबाइल और 20 हजार 700 रुपये नगद बरामद किया गया है।
गिरफ्तार हुए अपराधियों का नाम जोरापोखर निवासी मनोज कुमार, जोरापोखर निवासी राजीव कुमार रजक, आजमगढ़ उत्तर प्रदेश निवासी रामविलास चौहान है। जबकि कांड के उद्भेदन टीम में एसडीपीओ अभिषेक कुमार सिंदरी, थाना प्रभारी जोरापोखर थाना राजदेव सिंह, पुलिस अवर निरीक्षक जोरापोखर थाना शिवकुमार, पुलिस अवर निरीक्षक जोरापोखर थाना महेंद्र कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक जोरापोखर थाना मुकेश कुमार रावत, पुलिस अवर निरीक्षक जोरापोखर थाना राजीव रंजन मिश्रा, पुलिस अवर निरीक्षक झरिया थाना सच्चिदानंद गुप्ता, रिजर्व गार्ड अखिलेश बैठा, आरक्षी जोरापोखर थाना लवलेश पाल शामिल थे।
मालूम हो कि 2 अप्रैल की दोपहर में जोरापोखर थाना अंतर्गत भागा फाटक के समीप कुसुम विहार धनबाद निवासी बबलू सिंह नामक ठेकेदार अपने काम को देख रहा था। इसी दौरान दो बाइक पर सवार चार युवकों ने पांच गोली बबलू सिंह को मारी थी। जिसके बाद स्थानीय लोगों की मदद से बबलू सिंह को निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया था।