अभिषेक मिश्रा
चासनाला । चासनाला सुदामडीह रिवर साईड दामोदर नदी के सूर्य मंदिर धाम घाट पर चल रहे नव दिवसीय श्रीराम महायज्ञ के सातवें दिन वृन्दावन धाम से पधारी बाल व्यास वैष्णवी किशोरी जी ने अपने संगीतमय श्रीराम कथा के दौरान कहा कि एक आदर्श पुत्र का कर्तव्य है कि अपने माता पिता का आज्ञा का सदा पालन करे। भगवान श्री राम हमें यही संस्कार दिया है। परंतु हम माता पिता की आज्ञा का पालन नहीं करते हम तिरस्कार कर देते है। उनके आत्मा में क्या दर्द होता है कभी वह पुत्र नहीं समझ पाएगा। परन्तु एक दिन पुत्र उसे भी बनना है और वह भी पिता बन जाएगा।
उन्होंने कहा कि जिस दिन पुत्र यह समझ ले कि माता पिता का प्यार और दर्द में क्या अंतर होता है। वह पुत्र नहीं पिता ही बना रहेगा। उन्होंने कहा कि श्रीराम के चरित्र का यदि सभी पुत्र अनुपालन करे तो वह पुरुषोत्तम राम तो नहीं परन्तु उत्तम पुरुष बन सकता है।
श्रीराम महायज्ञ के यज्ञाधीश श्री श्री1008 बाल योगी महा मंडलेश्वर परशुराम दास त्यागी जी के निर्देशन में यज्ञ सम्पन्न हो रहा है।
महायज्ञ में अयोध्या से पधारे यज्ञाचार्य पंडित रंजीत कुमार शास्त्री सहित पाँच पंडितों ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ महायज्ञ सम्पन्न कराने में जुटे हुए हैं। वही यज्ञ मंडप परिक्रमा के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है।
महायज्ञ को सफल बनाने में बमभोली सिंह,संजय सिंह,पप्पू यादव,अश्वनी सिंह, नीरज सिंह, घोलटू ,संतोष केवट,संजीव सिंह, अशोक राय,धर्मेन्द्र कुमार सिंह,सुधीर सिंह आदि का सराहनीय योगदान रहा है।