निशिकांत मिस्त्री
जामताड़ा । आज श्री राम कथा के छठे दिवस के पावन अवसर पर गांधी मैदान पर चल रही श्री राम कथा जिसके मुख्य जजमान श्री तरुण गुप्ता एवं आशा गुप्ता समस्त गुप्ता परिवार के प्रयास से वृंदावन से पधारे कथावाचक हरिदास अंकित कृष्ण जी महाराज की अमृतवाणी से भगवान श्री राम की विभिन्न लीलाओं का गायन किया गया आज महाराज जी ने सुंदर चारों भाइयों के विवाह की कथा कही कहीं जैसे राम जी का सीता जी के साथ विवाह संपन्न हुआ भारत जी का मांडवी माता के साथ लक्ष्मण जी का उर्मिला माता के साथ और भारत जी का शुद्ध कीर्ति माता के साथ विवाह संपन्न हुआ इसके बाद चारों भाइयों के विवाहित करने पर श्री दशरथ जी महाराज ने अयोध्या में खूब उत्सव मनाया और माता के कई के दो वरदान मांगने पर भगवान श्री राम को वनवास दिया गया भारत को राज्य गाड़ी दी गई भगवान बन को जाने लगे राम लक्ष्मण और सीता तब पूरा अवध अवध वास रोने लग गए और भगवान श्री राम के पीछे-पीछे गए तमसा नदी के किनारे भगवान ने विश्राम किया जब अवध वास हो गए सोते हुए अवध वीडियो को छोड़कर के भगवान गंगा के तट पर पहुंचे जहां से केवट से भगवान ने गंगा पार होने के लिए नव मांगी मांगी नाव न केवट आना कहां है तुम्हारा मर्म में जाना केवट ने कहा कि हे प्रभु मैं आपको या आपके मरहम को जान गया हूंजिस ब्रह्म को बड़े-बड़े देवता नहीं जान सकते उसे ब्रह्म को यह केवट साधारण केवट कैसे प्रभु को जान गया यह प्रभु की कृपा ही है जिसको भगवान जलाना चाहते हैं वही जीव प्रभु को जान सकता है अन्यथा ब्रह्मा जैसे बुद्धिमान ज्ञानीवान देवता भी भगवान की लीला से मोहित हो जाते हैं। इस मौके पर प्रभु मंडल,मोहन बर्मन,अरुण चौधरी,रंजीत मंडल,सुजीत मित्रा,नंदू गोराई,रतन तिवारी के साथ रामकथा आयोजन समिति के सदस्य उपस्थित थे।